प्रधान मंत्री कृषि सिंचाई योजना से जुड़ी खबरें

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**प्रधान मंत्री कृषि सिंचाई योजना (PMKSY) 2024: नवीनतम अपडेट्स और प्रमुख खबरें**

प्रधान मंत्री कृषि सिंचाई योजना से जुड़ी खबरें

प्रधान मंत्री कृषि सिंचाई योजना (PMKSY) भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है, जिसका उद्देश्य कृषि क्षेत्र में सिंचाई सुविधाओं का विस्तार, जल संसाधनों का कुशल प्रबंधन, और किसानों की आय में वृद्धि करना है। इस योजना का लक्ष्य ‘हर खेत को पानी’ और ‘प्रति बूंद अधिक फसल’ प्राप्त करना है। इस ब्लॉग पोस्ट में हम 2024 में PMKSY के तहत नवीनतम घटनाक्रमों, बजट आवंटन, और नई प्रौद्योगिकियों के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे।

**2024 में PMKSY के तहत प्रमुख अपडेट्स**

1. **वित्त वर्ष 2024-25 का बजट आवंटन:**
– केंद्र सरकार ने PMKSY के तहत 2024-25 के लिए **8,000 करोड़ रुपये** का बजट आवंटित किया है, जो पिछले वर्ष के बजट से – यह बजट सूक्ष्म सिंचाई (ड्रिप और स्प्रिंकलर), जल संचयन संरचनाओं के निर्माण, और जल वितरण प्रणाली के पुनर्निर्माण के लिए उपयोग किया जाएगा।

2. **नई प्रौद्योगिकियों का समावेश:**
– 2024 में PMKSY के तहत **स्मार्ट सिंचाई प्रणालियों** और **AI-आधारित जल प्रबंधन** जैसे नवीनतम तकनीकी नवाचारों को शामिल किया गया है।
– सरकार ने कृषि विश्वविद्यालयों और अनुसंधान संस्थानों के साथ साझेदारी की है ताकि सिंचाई प्रौद्योगिकियों में अनुसंधान और विकास को बढ़ावाप्रधान मंत्री कृषि सिंचाई योजना से जुड़ी खबरें जा सके।

3. **क्षेत्रीय विस्तार और फोकस:**
– इस योजना के तहत जल संकट से प्रभावित राज्यों जैसे **राजस्थान, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश**, और **तेलंगाना** पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
– इन राज्यों में नए सिंचाई प्रोजेक्ट्स की शुरुआत की गई है, और पुराने प्रोजेक्ट्स की मरम्मत और उन्नयन के लिए विशेष बजट आवंटित किया गया है।

4. **ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर:**
– PMKSY के तहत जल संचयन संरचनाओं के निर्माण और रखरखाव के कार्यों के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसरों में बढ़ोतरी हुई है।
– यह योजना ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने के लिए भी महत्वपूर्ण साबित हो रही है।

**PMKSY की चुनौतियाँ और समाधान**

**मुख्य चुनौतियाँ:**

1. **प्रभावी कार्यान्वयन में देरी:** कुछ राज्यों में योजना के कार्यान्वयन में देरी और भ्रष्टाचार की शिकायतें आई हैं।
2. **तकनीकी जागरूकता की कमी:** सूक्ष्म सिंचाई तकनीकों को अपनाने के लिए किसानों में जागरूकता और प्रशिक्षण की कमी एक बड़ी चुनौती है।
3. **जल स्रोतों की स्थिरता:** गिरते भूजल स्तर के कारण जल स्रोतों की स्थिरता बनाए रखना एक प्रमुख चिंता का विषय है।

**संभावित समाधान:**

– **प्रशिक्षण और जागरूकता कार्यक्रम:** किसानों को सूक्ष्म सिंचाई और जल प्रबंधन के महत्व के बारे में जागरूक करने के लिए व्यापक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाने चाहिए।
– **समय पर निगरानी और जांच:** योजना के कार्यान्वयन की समय पर निगरानी और भ्रष्टाचार की रोकथाम के लिए सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है।
– **स्थायी जल प्रबंधन:** जल संसाधनों के स्थायी उपयोग को सुनिश्चित करने के लिए राज्यों को स्थानीय जल स्रोतों के पुनर्भरण और प्रबंधन में निवेश करना चाहिए।

**भविष्य की दिशा**

PMKSY के तहत भविष्य में और अधिक फंडिंग, नीतिगत सुधार, और तकनीकी नवाचारों की उम्मीद की जा रही है। सरकार ‘हर खेत को पानी’ और ‘अधिक फसल, अधिक आय’ के लक्ष्यों को पूरा करने के लिए नई योजनाएं और पहल शुरू करने की योजना बना रही है। इसके तहत, राज्य सरकारों के साथ तालमेल बिठाकर केंद्रीय योजनाओं को स्थानीय स्तर पर सफलतापूर्वक लागू करने के लिए विशेष रणनीतियां अपनाई जा रही हैं।

**निष्कर्ष**

प्रधान मंत्री कृषि सिंचाई योजना से जुड़ी खबरें , प्रधान मंत्री कृषि सिंचाई योजना (PMKSY) 2024 में भारत के कृषि क्षेत्र के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है। यह योजना न केवल जल संसाधनों के उचित उपयोग को बढ़ावा देती है बल्कि किसानों की आय में भी वृद्धि करती है। आने वाले वर्षों में, PMKSY के तहत और अधिक सकारात्मक बदलावों की उम्मीद की जा सकती है, जिससे भारतीय कृषि का भविष्य और भी उज्जवल हो सकेगा।


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